♦ राजधानी रायपुर से लगे ग्राम गोढ़ी में शकुन्तला गोपाल फाउंडेशन द्वारा हाइटेक सुविधाओं से युक्त आश्रम संचालित
प्रभुजी कहकर संबोधित करते हैं यहाँ लाए जाने वालों को, परिवार में भी ना मिले ऐसी सेवा की जा रही

रायपुर। जिन्हें खुद की भी सुध नहीं ऐसे आश्रयहीन, असहायों का आश्रय स्थल राजधानी से लगे ग्राम गोढ़ी के गंगा सेवा सदन में संचालित ‘अपना घर आश्रम’ बन गया है।अपना घर आश्रम में जितनी सेवा की जा रही है, उतनी सेवा अपने भी न करें। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अलग-अलग जगहों  से आश्रम पहुंचाएं गए या लाए लोगों की वेशभूषा ही यहां बदल गई है। सर्वसुविधायुक्त भवन बनाने वाले और रायपुर में अपना घर आश्रम शुरू करने वाले शकुंतला गोपाल फाउंडेशन के संस्थापक एवं वंदना ग्रुप के डायरेक्टर गोपाल प्रसाद अग्रवाल बताते हैं कि आश्रम में सिर्फ भोजन ही नहीं, बल्कि उपचार भी मिल रहा है। आश्रम से अब तक 20 व्यक्ति स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं तथा वर्तमान में 100  लोग भर्ती है, जिन्हें आश्रम में प्रभुजी कहकर बुलाते हैं।

वंदना ग्रुप के डायरेक्टर गोपाल प्रसाद अग्रवाल बताते हैं कि रायपुर में अपना घर आश्रम का शुभारंभ 30 मार्च 2023 को गोढ़ी स्थित गंगा सेवा सदन में हुआ है। यहां आम लोगों की सूचना पर आश्रम द्वारा खुद जाकर या पुलिस द्वारा असहाय, बीमार और मानसिक बीमार लोगों को भर्ती कराया जाता है। वर्तमान में आश्रम की आवासीय क्षमता 210 बेड है। श्री अग्रवाल ने बताया कि आश्रम में असहाय, बीमार और मानसिक बीमार लोगों को भर्ती किया जाता है। जरूरी है कि यहां लाया जाने वाला कोई भिखारी ना हो और दूसरा ऐसा व्यक्ति ना हो, जिसे परिवार के सदस्य छोड़कर जाए। समय-समय पर चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है। श्री अग्रवाल ने बताया कि रिम्स ने इनकी चिकित्सा जांच का जिम्मा लिया है।

ईश्वर की कृपा से प्रेरणा मिली, सेवा भावना से शुरू किया आश्रम : अग्रवाल

वंदना ग्रुप के डायरेक्टर एवं शकुंतला गोपाल फाउंडेशन के संस्थापक गोपाल प्रसाद अग्रवाल रायपुर में अपना घर आश्रम की शुरुआत के संबंध में बताते हैं कि मन में लगातार नि:स्वार्थ भावना से सेवा का विचार चल रहा था। वृद्धाआश्रम खोलने या भिक्षा मांगने वालों के पुनर्वास के लिए कुछ करने का विचार आया, लेकिन बाद में आश्रयहीन, असहाय, मानसिक बीमारजनों की सेवा की दिशा में आगे बढ़े और अपना घर आश्रम शुरू किया। उन्हें ईश्वर की कृपा से प्रेरणा मिली।

यह है हेल्पलाइन नंबर

हेल्पलाइन नंबर 7620858623 और 8517808888 पर संपर्क करके अपना घर आश्रम रायपुर को आश्रयहीन, असहाय और मानसिक बीमार लोगों की सूचना दी जा सकती है।  

ठाकुरजी को चिठ्ठी लिखी जाती है जरूरतों के लिए

शकुंतला गोपाल फाउंडेशन के संस्थापक श्री अग्रवाल बताते हैं कि अपना घर आश्रम की जरूरतों की पूर्ति के लिए किसी से रुपए नहीं मांगते। जो भी दैनिक आवश्यकताएं हैं- जैसे सुर्इं, एम्बुलेंस, भूमि, भवन, वेतन, भोजन, वस्त्र से लेकर अन्य सामग्री की चिठ्ठी प्रतिदिन आश्रम के कार्यालय में निर्धारित पट्टिका पर ठाकुरजी को लिख दी जाती है। प्रभु की कृपा से अपने आप उसकी पूर्ति हो जाती है।

सेलून, चिकित्सा सुविधा, हाइटेक किचन

अपना घर आश्रम रायपुर में आने वाले बीमार लोगों की चिकित्सा, भोजन, सेलून, हाइटेक किचन है। आश्रम में भर्ती होने वाले प्रभुजनों को नि:शुल्क भोजन, चिकित्सा, वस्त्र, आवास एवं आवश्यकताओं की पूर्ति करके सेवाएं दी जाती है। स्वस्थ होने के बाद परिजनों को खोजकर पुनर्वासित करने का प्रयास किया जाता है।

सभी जगहों में रायपुर आश्रम मॉडल बन गया

श्री अग्रवाल ने बताया कि भरतपुर से लेकर रायपुर तक अपना घर आश्रम संस्था द्वारा संचालित और सम्बद्ध 60 आश्रम हैं। सुविधाओं की दृष्टि से रायपुर स्थित अपना घर आश्रम मॉडल बन गया है। नया संस्था शुरू करने वाले को अब रायपुर अपना घर आश्रम का उदाहरण दिया जाता है तथा विजिट करने की सलाह दी जाती है।

20 प्रभुजी स्वस्थ होकर घर जा चुके

वंदना ग्रुप के डायरेक्टर एवं शकुंतला गोपाल फाउंडेशन के संस्थापक गोपाल प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि 23 मार्च 2023 में शुरू हुए अपना घर आश्रम रायपुर की सबसे बड़ी सफलता यह है कि यहां मिले सेवा, उपचार के चलते स्वस्थ होकर 20 प्रभुजी अपने घर जा चुके हैं। कई स्वस्थ होने के बाद आश्रम में ही सेवा दे रहे हैं।